स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के छात्रों को अपनी डिग्री के कुल क्रेडिट में से 5% क्रेडिट भारतीय ज्ञान प्रणाली से अर्जित करना पड़ेगा। इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव प्रो. मनीष जोशी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र जारी किया है।
स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के छात्रों को पांच फीसदी क्रेडिट भारतीय ज्ञान प्रणाली (IKS) से अर्जित करने होंगे। यूजीसी के सचिव प्रोफेसर मनीष जोशी की ओर से बुधवार को सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखा गया है। पत्र में लिखा है कि कुल क्रेडिट में से 50 फीसदी प्रमुख विषयों (मेजर डिसिप्लिन) से होने जरूरी होंगे।
इसमें आगे लिखा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (IKS) के समावेशन हेतू यह दिशा-निर्देश है।